वाह रे आजाद भारत के आजाद नागरिकों तुमने तो वहशी पाने में अंग्रेजों को भी पछाड़ दिया, 12 साल के बच्चे को मार पीट कर अपाहिज बना दिया.
आओ 15 अगस्त को आजादी का जश्न मानते हैं लेकिन जेब में ५० रुपये रख लो अगले चौराहे पर हेलमेट और सीट बेल्ट चेक हो रही है
पैसठवा साल लग चुका है
लूटने की आजादी
आओ आजादी का पैसठवा जश्न मनाएं
पुलिस थानों में अब शराब भी जम कर चलती है और पैसा भी
उल्लिखित लेख में श्रीमान कुंवर ने १५ दिन की छुट्टी मिलाने पर भी इस्तीफा दिया था अब तो छुट्टी के आभाव में न जाने कितने पुलिस व सेना के जवान आत्म हत्या कर ले रहे हैं
कुंवर साहब अंग्रेज पुलिस अफसर का अभद्र व्यहार बर्दाश्त नहीं कर सके, लेकिन अब तो शायद ही कोई पुलिस उच्चाधिकारी बिना गाली के अपने नीचे के कर्मियों से बात करता हो,
पहले पुलिस कर्मी फिर एयर फ़ोर्स में नौकरी फिर लेखपाल फिर रोड वेज में नौकरी मिल गयी, कुंवर साहब वो अंग्रेजों का जमाना था जब बिना घूस नौकरी मिलाती थी अब तो बिना २-३ लाख रुपये घूस चढ़ाये माली और चपरासी की नौकरी भी नहीं मिलाती.
अब तो पूरी तरह साबित हो गया है की भारत आजाद है - घूस की आजादी, पुलिस अपराध की आजादी, थाने में रुपये चढाने की आजादी, राष्ट्र मंडल खेलों में भी लूटने की आज़ादी -
आओ १५ अगस्त मनाते हैं
अँगरेज़ चले गए लेकिन आज
उनका भूत भारत वर्ष पर भरी पड़ता है
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