भारत में दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है. जो लोग राशन, बिजली, पानी और रेलवे की लाइन में खड़े हो कर घूसखोर भ्रष्टाचारी सरकारी बाबुओं और अधिकारीयों को कोसते हैं, वही लोग लाइन में आगे खड़ा होने के लिए दायें बाएं जुगाड़ खोजते हैं. जो कोटेदार राशन की काला बाजारी करता है वही तहसील और नगर निगम में काम रुक जाने पर वहां के बाबुओं और अधिकारीयों को उनके भ्रष्ट रवैये के लिए उनको कोसता है.
Tuesday, August 25, 2009
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